तनाव में ऐसा कंक्रीट बहुत पुष्ट नहीं होता और जब किसी भाग में तनाव पड़ने की आशंका रहती है तब उसे इस्पात की छड़ों से प्रबलित करना आवश्यक होता है।
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तनाव में ऐसा कंक्रीट बहुत पुष्ट नहीं होता और जब किसी भाग में तनाव पड़ने की आशंका रहती है तब उसे इस्पात की छड़ों से प्रबलित करना आवश्यक होता है।
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आपकी कुछ हड्डियाँ तो आसानी से जुड़ गईं मगर कुछ हड्डियों को टाइटेनियम की छड़ें लगाकर प्रबलित करना पड़ा और कुछ को पूरी तरह निकालकर टाइटेनियम की छड़ें लगानी पड़ीं।